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With the divine blessings of Shri Ravindra Suriswar Gurudevji,

Mr. Navratan Daga has introduced the Navratan Bramhastra. This powerful Yantra is designed to heal and resolve any difficulties faced by those who wear it. Rooted in deep spiritual energy, the Navratan Bramhastra aims to bring harmony, peace, and protection to its bearer, fostering both physical and emotional well-being.

Navratan Daga and N.G Diamonds & Color Stones:


Founded in 1985, N.G Diamonds & Color Stones began its journey in Bikaner and Surat, India. Today, the company is headquartered in Mumbai and is a well-respected name in the gemstone industry, specializing in ethical gemstone sourcing and trading services. Under the visionary leadership of Mr. Navratan Daga, the company has expanded its global reach over the past 30 years, solidifying its reputation as a trusted commission agent [Trading].


Mr. Navratan Daga, carrying forward the legacy of Shri Ravindra Suriswar Gurudevji, has not only contributed to the growth of N.G Diamonds & Color Stones but also ventured into spiritual healing through the creation of the Navratan Bramhastra. His work is a blend of traditional gemstone expertise and a dedication to holistic well-being.

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बृह्मास्त्र  की उत्पति ब्रह्मा जी के हाथो हुई ब्रह्मा जी का बृह्मास्त्र  को बनाने  के पीछे एक ही लक्ष्य था की संसार के कार्य  नियन्त्रित  रुप से कार्य करे। उसी तरह भगवान ने पांच तत्वों से मिलके मनुष्य की उत्पति की वो पाँच तत्व हैं धरती आकाश जल वायु अग्नि.ये ही पंच भूत शरीर ब्रह्माण्ड हैं और इसी में ब्रह्मास्त्र हैँ यही ब्रह्मास्त्र त्रेता युग में भगवान  राम लक्ष्मण विभीषण के पास था उसके बाद द्वापर  में यही बृह्मास्त्र कृष्ण, दोर्णचार्या, अश्वथामा, युधिष्ठिर, प्रद्युम्न ,अर्जुन जेसे योद्धाओ के पास था अर्जुन को बृह्मास्त्र द्रोणाचार्य ने दिया था लेकिन त्रेता या द्वापर में ये अस्त्र उन लोगो के पास था जो ताक़त में बली थे।आम मनुष्य उससे वंचित था


भगवान महावीर के आशीर्वाद से अवदूत बाबा जी के ह्रदय में एक विचार आया की बृह्मास्त्र की तरह कोई ऐसा यंत्र बनाया जाये जिससे आम इन्सान के जीवन की परेशानिया दूर हो।बाबा अवधूत हमेशा हवन से दूर रहे! अगर उन्हे किसी के लिये हवन कराना भी होता था तो वो पण्डितो से करवा लेते थे बाबा अवधूत जी का अपने बृह्मास्त्र  पर बड़ा भरोसा था बचपन से ही अवधूत बाबा के सानिध्य में रहने का अवसर मुझे मिला  बचपन से मेरे मन मे ब्रह्मास्त्र यंत्र को लेकर काफी सवाल उठते थे अवधूत बाबा जी मेरे और लोगो के सवालो को चुटकी में हल कर दिया करते थे वेसे तो अवधूत बाबा जी ज्ञानयोगी थे लेकिन लोग उन्हे प्यार से अवधूत बाबा भी कहा करते थे अवधूत बाबा अपने आप में एक सिध्दपुरष थे।


उन्होने अपने जीवन में हजारो लोगो के दुखो का निवारण किया।। मेरा अवधूत बाबा जी के साथ लम्बा सानिध्य रहा मैने उनके ज्ञान के महान वटवृक्ष की छाया के तले रहकर बहुत कुछ सीखा बहुत कुछ अनुभव किया। अवधूत बाबा जी के पास में बड़े बड़े लोग जिनका भारतीय  राजनीति  पर अपना वर्चस्व था जेसे लाल कृष्ण आडवाणी जी, मुरली मनोहर जोशी, मुलायम सिंह यादव जी, अमर सिंह जी,  शिवराज चौहान जी, उसके अलावा बड़े बड़े बिजनेसमेन  भी उनकी शरण  में आते थे। अवधूत बाबा जी ने लोगो की भलाई के लिये एक यंत्र का निर्माण  किया जिसका नाम उन्होने बृह्मास्त्र  के नाम पर रखा और उसे बृह्मास्त्र  यंत्र का नाम दिया।


ये यंत्र अवधूत बाबा जी शुरू में कागज या कपडे पर बनाकर  उसे गले में धारण  करने को कहते थे यंत्र बनाने में सिन्दूर या केसर का इस्तेमाल किया करते थे। अवधूत बाबा जी का कहना था की वे अपने दिव्य ज्ञान से श्रीयंत्र की ताक़त से कुंडली के 12 खानो को जागृत कर दिया करते थे जिससे मनुष्य की कुंडली के सारे भाव उसके पक्ष में कार्य करने लगते थे। अवधूत बाबा जी कहा करते थे की मनुष्य के शरीर में सात चक्र हैँ  सहसार चक्र, आज्ञा चक्र, विशुद्धि चक्र, अनाहत चक्र, नाभि चक्र, सवाधिष्ठान चक्र, मूलाधार चक्र इन सातों चक्रो में कोई भी चक्र अपना कार्य करना बंद कर देता है तो उसी के कारण उसके शरीर का होरा भी कमज़ोर पड़ने लगता है


उन्हें हम मंत्र के द्वारा जागृत करके उसे ब्रह्मास्त्र में परिवर्तित करके उसे ब्रह्मास्त्र यँत्र बना देते थे   आज वही ज्ञान वही यँत्र मुझे अवधूत बाबा जी से मुझे मिला. अवधूत बाबा जी कहा करते थे की मनुष्य का डेट ऑफ़ बर्थ उसका नक्षत्र उसका होरा बस इन तीनो चीज़ो को जानना ही जरुरी हैं  और विधा से अवधूत बृह्मास्त्र  यंत्र बना दिया करते थे।आज उन्ही की कृपा से जिस किसी के लिये में बृह्मास्त्र यंत्र बना कर देता हुँ समझ लो उसको धारण करने के कुछ ही दिनो में उस मनुष्य के जीवन में परिवर्तन आना शुरू हो जाता है यही उनका दिया हुआ प्रसाद हैं.जो आज मैं उनका नाम लेकर लोगो की बृह्मास्त्र  यंत्र से सेवा कर रहा हुँ।इसके द्वारा  धन प्राप्ति, संपति, परिवार में व समस्याओ में राम बाण  की तरह कार्य करता है इसलिए वो ब्रह्मास्त्र कहलाता हैं ।


मेरा आप से कर बद्ध निवेंदन हैं की आप अवधूत बाबा जी के द्वारा दिये हुए ज्ञान के रूप में, मेरे द्वारा बनाये गये ब्रह्मास्त्र का उपयोग करें और अपने जीवन में बदलाव की सुगम किरणे देखे जो आपके जीवन को  अनायास ही बदल देगी सच एक बार आप अवधूत बाबा जी के आशीर्वाद के द्वारा बनाया ब्रह्मास्त्र ग्रहण करें और अपने जीवन को आनंदित  बनाये.